ॐ सह नाववतु।
सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्वि नावधीतमस्तु
मा विद्विषावहै।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
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पदच्छेद:
सह नौ अवतु
सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्वि नौ अधीतं अस्तु
मा विद्विषावहै।
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अर्थ: पदपरिचय: च
सह - अव्य
नौ - अस्मद् शब्द, द्वि वि द्वि व
अवतु - अव धातु, लोट प्र पु एक व (अव - to protect)
भुनक्तु - भुज् धातु, लोट प्र पु एक व (भुज् - to nourish)
विर्यं - न पु प्र वि ए व
करवावहै - कृ धातु लोट उ पु द्वि व आत्मने (कृ - to make)
तेजस्वि - तेजस्विन् शब्द नपु प्र वि ए व
अधीतम् - अधीत शब्द, क्त प्रत्य
अस्तु - अस् धातु, लोट प्र पु एक व (अस् - to be)
मा - अव्य
विद्विषावहै - वि + द्विष् धातु लोट उ पु द्वि व आत्मने (द्विष् - to hate)